डिअर नाझिया,
तुजे
बंड
जाले
थंड
कोणा
कसो
घालू
दंड?
नग्न
तुजी
जाली
धिंड
कोण
पापी
कोण
षंड?
पुण्य
तुजो
प्राण
सये
........
...................
...................................
कावळओ न्ही
तुका
मोर
स्पर्शी
पिंड
- मी पाऊस।
Saturday, June 27, 2009
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